अक्सर
यह देखा गया है कि अपने आफिस के कार्य से घर आने के बाद पुरुष अपना तनाव
घरवालों पर प्रदर्शित करते है। धीरे-धीरे ये आदत हर समय गुस्से में रहने
वाली प्रवृत्ति दे सकती है। इन 2 बातों का ख्याल रखने से घर के सदस्यों के
मन में आपके लिए स्नेह गहरा करेंगे। बल्कि घर के माहौल में भी एक अच्छा
बदलाव महसूस करेंगे।
1.जब आप घर में हों ध्यान रखें इन बातों का
अपने घर की महिलाओं का सम्मान करें। आप किसी भी मामले में उनसे बेहतर
है, लेकिन उन्हें पर्याप्त सम्मान दें। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है
कि जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं देवताओं का निवास होता है।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।
अर्थात् जिस घर में नारियों की पूजा यानी सम्मान होता है, उस घर में
दिव्यगुण, दिव्य भोग और उत्तम संतान होती हैं। जिस घर में स्त्रियों को
सम्मान नहीं मिलता है। वहां किए गए सब कार्यों को निष्फल ही समझना चाहिए।
2.यदि मिजाज है आपका सख्त
स्वाभाविक रूप से पुरुष स्त्री की तुलना में अधिक सख्त होते हैं।
जिसके कारण उनका व्यवहार में भी कठोरता देखी जाती है। यही कठोरता कभी-कभी
उनके के लिए दुख का कारण बन जाती है। अधिक कठोर इंसान दूसरों के व्यक्तित्व
को कमजोर करता है और हर समय अपनी बात मनवाने में लगा रहता है। जरूरत
जितनी ही सख्ती रखें।
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