इस शनिवार, 18 अप्रैल 2015 को अमावस्या है, इसे शनिश्चरी अमावस्या भी
कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार शनिवार की अमावस्या का विशेष महत्व बताया
गया है। इस योग में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं। कुंडली
के कई दोषों का असर इन उपायों से कम हो सकता है। यहां जानिए 4 उपाय जो इस
शनिवार को किए जा सकते हैं...
1. कर सकते हैं इन चीजों का दान
शनि से शुभ फल पाने के लिए काली गाय का दान करना चाहिए। काला वस्त्र,
उड़द दाल, काले तिल, चमड़े का जूते या चप्पल, नमक, सरसो का तेल या अनाज का
दान भी किया जा सकता है। लोहे के बर्तन में चावल भरकर दान करें। किसी भी
वस्तु का दान अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार किया जाना चाहिए।
दान करते समय ध्यान रखें ये बातें
1. शनि का दान शनिवार को ही देना चाहिए। शनिवार की शाम दान करेंगे तो श्रेष्ठ रहता है।
2. किसी जरुरतमंद व्यक्ति को ही दान देना चाहिए।
2. शनि को चढ़ाएं ये 7 चीजें और ऐसे करें पूजन
1. सरसों का तेल, 2. अक्षत (चावल), 3. काली उड़द, 4. काले तिल, 5. फूल, 6. काला वस्त्र, 7. तेल से बने पकवानों का भोग लगाएं।
ऐसे करें शनि का पूजन
शनिवार की सुबह स्नान आदि नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद
काले पत्थर से बनी शनि देव की मूर्ति के सामने शनि मंत्र का जप करें।
शनि मंत्र- ऊँ शं शनैश्चराय नम:
इस मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। मंत्र जप के समय शनि देव को
तेल अर्पित करते रहना चाहिए। इसके बाद तेल के दीपक से आरती करें और
सुख-समृद्धि की कामना करें।
3. शनिवार को ऐसे करें पीपल की पूजा
पीपल की नियमित पूजा से शनि दोष दूर होते हैं। साथ ही, सौभाग्य, वैभव,
धन, आयु, संतान सुख भी प्राप्त होता है। भागवत के अनुसार पीपल, भगवान
श्रीकृष्ण का ही रूप है। शनि दोषों से मुक्ति के लिए शनिवार को पीपल की
पूजा ऐसे करें…
शनिवार को नहाने के बाद साफ व सफेद कपड़े पहनें। पीपल की जड़ में केसर
चंदन, चावल, फूल मिला पवित्र जल अर्पित करें। तिल का तेल का दीपक जलाएं।
यहां लिखे मंत्र का जप करें।
मंत्र: आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्।
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
विश्वाय विश्वेश्वराय विश्वसम्भवाय विश्वपतये गोविन्दाय नमो नम:।
मंत्र जप के साथ पीपल की परिक्रमा करें। श्रीकृष्ण के निमित्त मिठाई
का भोग लगाएं। धूप, दीपक जलाकर आरती करें। पीपल को चढ़ाया हुआ थोड़ा-सा जल
घर में लाकर भी छिड़कें। ऐसा करने से घर का वातावरण पवित्र होता है।
4. शनि के 10 नामों का जप करें
शनिवार को शनि कृपा के लिए पूजा, व्रत, दान के कई उपाय बताए गए हैं।
इन उपायों में एक है- पीपल के पास शनि के नामों का जप करना। धार्मिक
मान्यता है कि शनि के इन नामों का जप करने से शनि दोष दूर होते हैं।
ऐसे करें ये उपाय
शनिवार को सुबह जल में काले तिल डालकर स्नान करें। स्नान के बाद किसी
पीपल पर दूध और जल अर्पित करें। इसके बाद पीपल के पास बैठकर शनि के 10
नामों का ज्यादा से ज्यादा बार जप करें। ये दस नाम मंत्र समान ही माने जाते
हैं।
ये हैं शनि के 10 नाम
1. कोणस्थ
2. पिंगल
3. बभ्रु
4. कृष्ण
5. रौद्रान्तक
6. यम
7. सौरि
8. शनैश्चर
9. मन्द
10. पिप्पलाश्रय
नाम मंत्रों का जप करने के बाद शनि दोष दूर करने और सफलता की कामना करें।
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