राजस्थान के झुंझुनूं में पढ़ाई के लिए एक मां का जज्बा सेठ मोतीलाल
कॉलेज में दिखा। कॉलेज के साइंस ब्लॉक में बनाए सेंटर पर राजस्थान
यूनिवर्सिटी के एमए (उर्दू) फाइनल के नज्म एंड मसनवी का पेपर था। धनुरी
गांव की सुरबेना पेपर देने पहुंची तो देखने वालों ने उसके हौसले की दाद दी।
सुरबेना ने रविवार को ही बेटे को जन्म दिया। पति रियाज का पेपर भी इसी
सेंटर पर था। वे कार में परीक्षार्थी पत्नी और बेटे को साथ लेकर आए। कॉलेज
प्रबंधन ने सुरबेना के लिए अलग कमरे में विशेष व्यवस्था करके पेपर दिलवाया।
सुलबेना का सोमवार को आखिरी पेपर था। शनिवार को उसे शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रसव के बाद छुट्टी भी नहीं हुई थी। लेकिन सुलबेना हर हाल में पेपर देना चाहती थी। अन्यथा साल खराब हो सकता था। पति रियाज, भाभी समीना ननद नाजमी के साथ ढाई बजे वह अस्पताल से रवाना हुई। केंद्र प्रभारी प्रो. केएल पालीवाल ने गर्ल्स कॉमन रूम में अलग व्यवस्था करवाई। सुलबेना की चाहत लेक्चरर बनना है।
सुलबेना का सोमवार को आखिरी पेपर था। शनिवार को उसे शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रसव के बाद छुट्टी भी नहीं हुई थी। लेकिन सुलबेना हर हाल में पेपर देना चाहती थी। अन्यथा साल खराब हो सकता था। पति रियाज, भाभी समीना ननद नाजमी के साथ ढाई बजे वह अस्पताल से रवाना हुई। केंद्र प्रभारी प्रो. केएल पालीवाल ने गर्ल्स कॉमन रूम में अलग व्यवस्था करवाई। सुलबेना की चाहत लेक्चरर बनना है।
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