बॉलीवुड में 70-80 के दशक में ‘जंपिंग जेक’ के नाम से मशहूर रहे एक्टर
जितेंद्र का जन्म 7 अप्रैल 1942 को अमृतसर में एक बिजनेस फैमिली में हुआ
था। जितेंद्र का रियल नाम रवि कपूर था। तकरीबन 200 फिल्मों में अपनी
अदाकारी का जलवा दिखा चुके जितेंद्र को फिल्मों में सबसे पहला ब्रेक
फिल्मकार वी. शांताराम ने दिया था। फिल्म का नाम था ‘गीत गाया पत्थरों ने’।
जितेंद्र के सिने करियर में जीने की राह, मेरे हुजूर, फर्ज, हमजोली,
कारवां, धरमवीर, परिचय, खुशबू, तोहफा और हिम्मतवाला कामयाब और यादगार
फिल्मों में शुमार की जाती हैं।
हेमा मालिनी से किया प्यार,मगर नहीं हो सकी शादी
फिल्म ‘दुल्हन’ की शूटिंग के दौरान जितेंद्र, ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी
को दिल दे बैठे और दोनों ने तुरंत शादी करने का फैसला किया। जब इस बात की
भनक उनकी बचपन की दोस्त शोभा कपूर को लगी तो उन्होंने धर्मेंद्र को हेमा को
समझाने की जिम्मेदारी सौंपी। नतीजा ये हुआ कि ये शादी रूक गई। ये अलग बात
है कि बाद में धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी के साथ सात फेरे ले लिए
।अलबत्ता,18 अक्टूबर 1974 को जितेंद्र और शोभा शादी के बंधन में बंध गए।
जिसके बाद शोभा कपूर ने बेटी एकता और तुषार को जन्म दिया। गौरतलब है कि
शोभा से उनकी मुलाकात तब हुई,जब वो सिर्फ 14 साल की थीं।
(जितेंद्र और शोभा कपूर,दाएं तरफ धर्मेंद्र,राजेंद्र कुमार और मेहमान)
'नवरंग' में संध्या के संध्या के बने डबल
फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ से पहले फिल्मकार वी.शांताराम ने
जितेंद्र को फिल्म ‘नवरंग’ में एक्ट्रेस संध्या के डबल के रूप में कास्ट
किया था।
जब वी.शांताराम ने निकाला जितेंद्र पर गुस्सा
फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ की शूटिंग राजस्थान के बीकानेर में चल
रही थी। फिल्म के निर्देशक वी.शांताराम वक्त के बड़े पाबंद थे। उसी दौरान
जिंतेंद्र के साथ एक वाकया हुआ। दरअसल,जितेंद्र डिनर के लिए लेट हो गए। ये
देखकर वी.शांताराम का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने प्रोडक्शन
टीम से जितेंद्र को वापस जाने की बात कही। साथ ही उन्होंने मेक अप मेन को
ये हिदायत दी कि वो जितेंद्र को अगले दिन के शूट के लिए तैयार न करें। अगले
दिन जितेंद्र सुबह पांच बजे उठे और अपने मेक अप मेन से उन्हें रेडी करने
की गुजारिश की,लेकिन उनकी दाल नहीं गली। इसके बाद वो आंखों में आंसू लिए
वी.शांताराम के रूम में गए। जब वी.शांताराम ने जितेंद्र को इस तरह से देखा
तो वो बेहद प्रभावित हुए।
(फोटो में एक्टर जितेंद्र के साथ दाएं तरफ एकता,तुषार और शोभा कपूर)
70 के दशक में पॉपुलर रही जितेंद्र की स्टाइल
70 के दशक में जितेंद्र की व्हाइट ट्राउज़र और शूज़ उनका ट्रेडमार्क
बन गया था। वहीं, उनकी एल्विस स्टाइल और स्लिम कट सूट्स भी दर्शकों के बीच
बेहद पॉपुलर हुए।
(फोटो में राजेश खन्ना के साथ जितेंद्र)
राजेश खन्ना ने की जितेंद्र की मदद
सुपर स्टार राजेश खन्ना जितेंद्र के बचपन के दोस्त थे। जब जितेंद्र
पहली बार फिल्म के लिए ऑडिशन देने गए तो उन्होंने सटीक संवाद और हाव-भाव के
लिए राजेश खन्ना की मदद ली।
'फर्ज' के बाद जितेंद्र बने जंपिंग जेक
फिल्म ‘फर्ज’ के गीत ‘मस्त बहारों का मैं आशिक’ में जितेंद्र का डांस
इस कदर लोकप्रिय हुआ कि लोग उन्हें ‘जंपिंग’ जेक के नाम से पुकारने लगे।
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