कल (21 अप्रैल, मंगलवार) अक्षय तृतीया का पर्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार
ये दिन लक्ष्मी कृपा पाने के लिए बहुत ही शुभ है क्योंकि इस दिन किए गए
उपाय, टोटके आदि का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। इस दिन लक्ष्मीजी की पूजा
करने का विधान भी है। सामान्यतः सभी की सोच होती है कि पूजा-अर्चना करने से
मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं परंतु महालक्ष्मी की कृपा के लिए पूजा के
साथ-साथ कई अन्य विधान भी बताए गए हैं।
इन विधानों के अभाव में लक्ष्मी पूजा भी निष्फल हो जाती है और भक्त को धन, यश, मान-सम्मान प्राप्त नहीं हो पाता। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसे कार्य वर्जित किए गए हैं, जो महालक्ष्मी की कृपा प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ कामों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें करने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं और जो लोग ये काम करते हैं मां लक्ष्मी ऐसे लोगों को त्याग देती हैं। जानिए कौन से हैं वो काम-
1. वायु पुराण के अनुसार जो भी व्यक्ति बिना स्नान किए तुलसी के पत्ते तोड़ कर उनके द्वारा देवताओं की पूजा करते हैं। देवता उसकी पूजा स्वीकार नहीं करते और धन की देवी मां लक्ष्मी भी उससे रूठ जाती हैं। इसलिए स्नान करने के बाद ही तुलसी के पत्ते पूजन या अन्य किसी कार्य के लिए तोड़ने चाहिए।
2. महालक्ष्मी उन्हें तुरंत त्याग देती हैं, जो अस्वच्छ अवस्था में देवताओं का पूजन करता है। अस्वच्छ अवस्था का अर्थ है बिना दातुन किए, बिना नहाए या अस्वच्छ वस्त्र पहने हुए। साथ ही पूजन करते समय मन की अवस्था भी स्वच्छ होनी चाहिए यानी मन में किसी प्रकार का विकार नहीं होना चाहिए।
3. यदि कोई व्यक्ति आलसी है और ईश्वर में विश्वास नहीं करता। वह लक्ष्मी की कैसी भी पूजा करे तो भी वह हमेशा धन के अभाव में ही रहता है।
4. कपटी, चोर, बुरे चरित्र वाले व्यक्तियों के पास देवी लक्ष्मी कभी नहीं जाती।
5. देवताओं की पूजा करते समय किसी पर क्रोध नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ हो जाती हैं और देवता भी ऐसा पूजन स्वीकार नहीं करते। इसलिए शुद्ध मन से पूजन करने से ही देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
6. गुरु के प्रति अनादर का भाव रखने वाले, गुरु की पत्नी पर बुरी नजर रखने वाले व्यक्ति से महालक्ष्मी अति क्रोधित होती हैं और पुराना धन भी समाप्त कर देती हैं।
12. महालक्ष्मी उन्हें त्याग देती हैं जो सफाई से नहीं रहता, हमेशा गंदे, दुर्गंधयुक्त कपड़े पहनता हो।
13. पराए धन और पराई स्त्री पर बुरी नजर रखने वाले को महालक्ष्मी की कृपा कभी प्राप्त नहीं होती।
14. धर्म ग्रंथों के अनुसार पूजन में जलाए गए दीपक को कभी भी स्वयं नहीं बुझाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि देवता के सामने जलाया गया दीपक दक्षिण दिशा की ओर न रखा गया हो।
15. जो स्त्रियां बुरे स्वभाव वाली हैं व बड़ों का अनादर करती हैं। दूसरे पुरुषों में मन लगाती हैं, अधार्मिक कार्य करती हैं। उनसे मां लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होतीं।
इन विधानों के अभाव में लक्ष्मी पूजा भी निष्फल हो जाती है और भक्त को धन, यश, मान-सम्मान प्राप्त नहीं हो पाता। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसे कार्य वर्जित किए गए हैं, जो महालक्ष्मी की कृपा प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ कामों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें करने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं और जो लोग ये काम करते हैं मां लक्ष्मी ऐसे लोगों को त्याग देती हैं। जानिए कौन से हैं वो काम-
1. वायु पुराण के अनुसार जो भी व्यक्ति बिना स्नान किए तुलसी के पत्ते तोड़ कर उनके द्वारा देवताओं की पूजा करते हैं। देवता उसकी पूजा स्वीकार नहीं करते और धन की देवी मां लक्ष्मी भी उससे रूठ जाती हैं। इसलिए स्नान करने के बाद ही तुलसी के पत्ते पूजन या अन्य किसी कार्य के लिए तोड़ने चाहिए।
2. महालक्ष्मी उन्हें तुरंत त्याग देती हैं, जो अस्वच्छ अवस्था में देवताओं का पूजन करता है। अस्वच्छ अवस्था का अर्थ है बिना दातुन किए, बिना नहाए या अस्वच्छ वस्त्र पहने हुए। साथ ही पूजन करते समय मन की अवस्था भी स्वच्छ होनी चाहिए यानी मन में किसी प्रकार का विकार नहीं होना चाहिए।
3. यदि कोई व्यक्ति आलसी है और ईश्वर में विश्वास नहीं करता। वह लक्ष्मी की कैसी भी पूजा करे तो भी वह हमेशा धन के अभाव में ही रहता है।
4. कपटी, चोर, बुरे चरित्र वाले व्यक्तियों के पास देवी लक्ष्मी कभी नहीं जाती।
5. देवताओं की पूजा करते समय किसी पर क्रोध नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ हो जाती हैं और देवता भी ऐसा पूजन स्वीकार नहीं करते। इसलिए शुद्ध मन से पूजन करने से ही देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
6. गुरु के प्रति अनादर का भाव रखने वाले, गुरु की पत्नी पर बुरी नजर रखने वाले व्यक्ति से महालक्ष्मी अति क्रोधित होती हैं और पुराना धन भी समाप्त कर देती हैं।
7. जो व्यक्ति भगवान पर बासी फूल अर्पित करता हो, उससे लक्ष्मी दूर रहती हैं।
8. देवताओं की पूजा करते समय शुद्ध घी का दीपक अपनी बांई ओर तथा तेल का दीपक अपनी दाहिनी ओर रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्त पर कृपा बनाए रखती हैं।
9. जो व्यक्ति शास्त्रों द्वारा वर्जित दिनों में या सायंकाल में स्त्री के साथ सहवास करता है, दिन में सोता है, उसके घर लक्ष्मी नहीं जातीं।
10. जो व्यक्ति घर के सदस्यों में भेदभाव करता हो, उसे धन प्राप्त नहीं होता।
11. देवताओं के लिए घी का दीपक जलाने के लिए रूई की सफेद बत्ती और सरसों के तेल का दीपक जलाने के लिए लाल बत्ती का उपयोग करना चाहिए। जो भी इन बातों का ध्यान रखता है, उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
8. देवताओं की पूजा करते समय शुद्ध घी का दीपक अपनी बांई ओर तथा तेल का दीपक अपनी दाहिनी ओर रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्त पर कृपा बनाए रखती हैं।
9. जो व्यक्ति शास्त्रों द्वारा वर्जित दिनों में या सायंकाल में स्त्री के साथ सहवास करता है, दिन में सोता है, उसके घर लक्ष्मी नहीं जातीं।
10. जो व्यक्ति घर के सदस्यों में भेदभाव करता हो, उसे धन प्राप्त नहीं होता।
11. देवताओं के लिए घी का दीपक जलाने के लिए रूई की सफेद बत्ती और सरसों के तेल का दीपक जलाने के लिए लाल बत्ती का उपयोग करना चाहिए। जो भी इन बातों का ध्यान रखता है, उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
12. महालक्ष्मी उन्हें त्याग देती हैं जो सफाई से नहीं रहता, हमेशा गंदे, दुर्गंधयुक्त कपड़े पहनता हो।
13. पराए धन और पराई स्त्री पर बुरी नजर रखने वाले को महालक्ष्मी की कृपा कभी प्राप्त नहीं होती।
14. धर्म ग्रंथों के अनुसार पूजन में जलाए गए दीपक को कभी भी स्वयं नहीं बुझाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि देवता के सामने जलाया गया दीपक दक्षिण दिशा की ओर न रखा गया हो।
15. जो स्त्रियां बुरे स्वभाव वाली हैं व बड़ों का अनादर करती हैं। दूसरे पुरुषों में मन लगाती हैं, अधार्मिक कार्य करती हैं। उनसे मां लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होतीं।
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