Saturday 28 March 2015

वास्तु टिप्स : दरवाजे के लिए उपाय, दूर होगी नकारात्मक ऊर्जा

वास्तु में घर के सभी हिस्सों के लिए टिप्स बताई गई हैं। ये टिप्स अपनाने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यहां जानिए घर के मुख्य दरवाजे के कुछ उपाय और वास्तु में बताई गई टिप्स...
दरवाजे के लिए उपाय
1. यदि घर का दरवाजा पूर्व दिशा में हो तो किसी भी सोमवार को एक रुद्राक्ष दरवाजे के मध्य में लटका दें। ऐसा करने पर कार्यों में सफलता मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।
2. दरवाजा पश्विम दिशा में हो तो रविवार को सूर्योदय से पहले दरवाजे के सामने नारियल के साथ कुछ सिक्के रखकर किसी लाल कपड़े में बांधें और दरवाजे कर लटका दें। सूर्य मंत्र का जप करें।
3. उत्तर दिशा का दरवाजा लाभदायक होता है। इस दिशा में दरवाजा हो तो भगवान विष्णु की आराधना करें। पीले फूले की माला बनाएं और दरवाजे पर लगाएं।
4. दक्षिण दिशा में दरवाजा शुभ नहीं माना जाता है। इस दिशा में दरवाजा हो तो बुधवार या गुरुवार को नींबू या सात कौड़ियां धागे में बांधकर दरवाजे पर लटका देना चाहिए।
5. मुख्य दरवाजे कोई पवित्र चिह्न लगाएं, जैसे ऊँ, श्रीगणेश, स्वस्तिक, शुभ-लाभ आदि। ऐसा करने पर घर पर सभी देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और बुरी नजर से घर की रक्षा होती है।
6. मुख्य द्वार का मुख पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर है तो दरवाजे के अंदर बाएं ओर जल पात्र को पानी और फूल की पंखुड़ियों से भरकर रखें। इससे दिशा को सकारात्मक रुख देने में मदद मिलेगी। वैसे वास्तु के हिसाब से पूर्व दिशा पवित्र समझी जाती है।
7. उत्तर दिशा के दरवाजे के लिए सफेद, पेल ब्लू कलर बेहतर होते हैं।
8. मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा की ओर मुख वाला हो तो सूर्यास्त के वक्त दुष्प्रभावों को रोकने के लिए द्वार के समीप ग्लास क्रिस्टल रखें।
9. यदि आपके घर का दरवाजा दक्षिण दिशा की ओर है तो आप इसे गहरे महरून, पेल यलो या वर्मिलियन रेड के शेड से रंग सकते है। इन सभी कलर शेड के कलर बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
10. मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर दिशा की ओर है तो छह छड़ वाली धातु की बनी विंड चाइम लगानी चाहिए। विंड चाइम की खनखनाहट से मुख्य दरवाजे के आसपास के बुरे प्रभाव दूर हो सकते हैं। यहां बताए जा रहे वास्तु के सभी आइटम्स बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
11. पश्चिम की ओर मुख वाले दरवाजे के लिए प्लॉट या यहां तक कि बालकनी के उत्तर-पूर्व क्षेत्र में तुलसी का पौधा नकारात्मक प्रभावों को भी सकारात्मकता प्रदान कर सकता है। इसी तरह चमेली की बेल भी सुगंध से प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने का काम करती है।
12. दरवाजों के दोनों ओर काफी सारे हरे और लम्बे स्वस्थ पौधे लगाए जा सकते हैं जो गलत दिशा में बने दरवाजे के दुष्प्रभावों को दूर करने का काम करेंगे।

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